रीता भुइयार का जन्म गांव झलरी में हुआ है तथा पढ़ाई हरिद्वार में हुई है शादी 23 जून 2005 को गांव गंजालपुर बिजनौर में हुई, वर्तमान समय मे कुसुम विहार कोतवाली रोड नजीबाबाद बिजनौर में रहते है
रीता भुइयार पिछले 8 वर्षो से यानि2011 से सामाजिक संघटनों में काम करती है तथा बुद्ध कबीर फुले नानक झलकारी बाई तथा बाबा साहब के विचारों पर चल कर महा पुरषों के विचार धारा का प्रसार करती है तथा संविधान का प्रचार प्रसार करती है जिनका एक नारा "एक कदम संविधान की ओर" है
एक समय था, जब हम नदी कुवें तालाब का पानी पीकर अपनी प्यास बुझाते थे, तब हम स्वस्थ भी रहते थे, कभी पानी से हमारी किडनी या लिवर या पेट खराब नहीं होता था, वर्तमान में तो जमीन के अंदर का पानी खराब हो गया है, जिससे हमारा स्वस्थ दिन पे दिन खराब होता जा रहा
"गांव गांव और शहर शहर में सुधार लाना होगा, भारत के प्रत्येक व्यक्ति को फिर से एक पौधा लगाना होगा"✍️ "अब जंगल को कटने से बचाना होगा, हमको फिर से हरा भरा जंगल बनाना होगा"✍️ "सुना है की अब जंगल की बोली लगाई जाएगी, लगता है अब जनता की हवा पानी की कीमत बना
त्यौहार एक मिलाप है उन परम्परागत प्राकृतिक रंगों के मेल का, जो हमको एक मित्रता के सम्बन्ध में बांधता है, हम सब एक विचार को तभी मानते है, जब वो विचार कुदरत के नियम को अपने अंदर समाहित करता हो, विचारों का आचरण ही हमको महान बनता है, बस वो विचार और आचरण
कुसुम विहार कॉलोनी
कोतवाली रोड नजीबाबाद
बिजनौर (उत्तर प्रदेश)